रंजीत साहनी की मौत हत्या नहीं आत्महत्या

गाजीपुर। शहर कोतवाली के आदर्श बाजार में युवक रंजीत साहनी (20) की मौत हत्या नहीं आत्महत्या का मामला है। यह तथ्य पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सामने आया है।
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रिपोर्ट के मुताबिक फांसी का फंदा लगने पर छटपटाहट के कारण रंजीत के दाएं पांव की अंगुली में चोट आई थी। हालांकि उसी चोट का हवाला देते हुए उसके परिवार और गांव वाले मौत को हत्या बता रहे थे। चौकी इंचार्ज गोराबाजार अनुराग गोस्वामी ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने युवक के घरवालों की हत्या की आशंका को सिरे से खारिज कर दिया है।

मालूम हो कि सोमवार की सुबह गांव के छेदी बाबा मंदिर परिसर में आम के पेड़ की डाल से रंजीत का शव लटकता मिला था। उस पर सबसे पहले गांव की एक लड़की की नजर पड़ी थी। वह मंदिर में फूल चुनने गई थी। घरवालों ने बताया कि रंजीत रविवार की शाम घर से निकला था। काफी देर बाद भी वह नहीं लौटा तब उसके फोन पर कई बार कॉल किया गया लेकिन हर बार पूरी घंटी जाने के बाद भी उधर से कोई जवाब नहीं आया था। लटकते शव के गले में ईयर फोन और फोन लटक रहा था। मौके पर गांजा का चिलम भी पड़ा था। रंजीत मुंबई में सौंदर्य प्रसाधन बनाने वाली किसी कंपनी में काम करता था लेकिन कोरोना के चलते लॉकडाउन लगने पर वह घर लौट आया था। उसने आत्महत्या क्यों कि फिलहाल यह स्पस्ट नहीं हो पाया है। वैसे पुलिस उसके फोन के डिटेल कॉल के जरिये कारण खंगालने की कोशिश कर रही है।