मास्क की आड़ में कोर्ट पहुंचा कुख्यात शिवा, हाथ मलती रह गई पुलिस

गाजीपुर। जिस एक लाख के इनामिया कुख्यात शिवा बिंद को गिरफ्त में लेने के लिए एसटीएफ और गाजीपुर सहित कई जिलों की पुलिस सालों से लगी रही। मुखबिरों का जाल बिछाए रखी। वह शिवा शुक्रवार की दोपहर सहज अंदाज में कोर्ट पहुंच कर सरेंडर कर दिया। यह खबर खुद पुलिस को चौकाने वाली रही लेकिन उसके लिए हाथ मलने के सिवाय कुछ नहीं बचा था और कोर्ट उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दी।
यह भी पढ़े—इंस्पेक्टर इन वेटिंग
शिवा बिंद नवापुरा के रास्ते कोर्ट कैंपस में घुसा और गैंगस्टर कोर्ट में पहुंच गया। इसके लिए उसने मास्क से अपने चेहरे का आधा हिस्सा ढक लिया था। ब्ल्यू जिंस पैंट, सफेद शर्ट पहने और आंखों पर चश्मा चढ़ाए छोटे कद का शिवा पुलिस की आंखों में धूल झोंकने में सफल रहा। कोर्ट से जेल जाते वक्त भी उसके चेहरे पर कोई खौफ नहीं दिख रहा था। जाहिर था कि सब कुछ उसकी प्लानिंग के मुताबिक हुआ था जबकि पुलिस के लिए यह बड़ा झटका था। शायद यही वजह रही कि उसका कोई बड़ा अधिकारी बार-बार आग्रह के बाद भी मीडिया के सामने नहीं आया। काफी कुरेदने पर एक दो थानेदारों ने अपनी पहचान न देने की शर्त पर बताया कि शिवा बिंद को कुछ मामलों में पुलिस रिमांड पर लेकर पूछताछ होगी। शहर कोतवाली के रजदेपुर देहाती का रहने वाला शिवशंकर उर्फ शिवा बिंद करीब एक दशक से आतंक का पर्याय बना हुआ था।

रंगदारी, अपहरण, लूट, हत्या, गैंगस्टर जैसे मामलों में उसके खिलाफ कुल 33 मामले दर्ज हैं। इनमें अकेले 23 गाजीपुर और शेष दस वाराणसी के विभिन्न थानों में दर्ज हैं। गाजीपुर के नंदगंज थाने में उसकी हिस्ट्रीशीट खुली हुई है। गाजीपुर कोर्ट से 14 मामलों में वारंट जारी है। इसमें 16 मार्च 2015 में यूको बैंक सकलेनाबाद के गेट पर शराब कंपनी के मैनेजर मनोज सिंह की हत्या कर 28 लाख रुपये की लूट की घटना भी शामिल है। प्रमुख बाल रोग विशेषज्ञों से रंगदारी मांग कर उसने शहर के चिकित्सकों में भी सनसनी फैला दिया था।शिवा बिंद गाजीपुर के टॉप 10 अपराधियों में नम्बर वन पर था।