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भाजपा: कार्यकर्ताओं को गुस्ताखी की सजा और थानेदार को ‘अभयदान’!

 गाजीपुर। जहूराबाद विधानसभा क्षेत्र के भाजपा कार्यकर्ता अपनी ‘गुस्ताखी’ की सजा झेल रहे हैं और उसका मजा ले रहे हैं एसएचओ कासिमाबाद बलवान सिंह। कार्यकर्ता बलवान सिंह को एसएचओ की कुर्सी पर फूटी आंख भी देखना नहीं चाहते हैं लेकिन उनकी कुर्सी पहले की ही तरह निरापद है।

मालूम हो कि बीते 16 दिसंबर को भाजपा कार्यकर्ता  कासिमाबाद थाने में लगातार सात घंटे तक धरने पर बैठे रहे। वह एसएचओ बलवान सिंह को हटाने की मांग कर रहे थे। तब भाजपा के जिला सहित प्रदेश नेतृत्व समूह तक के नेताओं ने संगठन के संस्कार, अनुशासन और सत्ताधारी पार्टी की मर्यादा का हवाला देते हुए उन कार्यकर्ताओं को धरना खत्म करने को कहा लेकिन कार्यकर्ता अपनी मांग पर अड़े रहे।

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कार्यकर्ताओं के इस अड़ियल रुख से होती किरकिरी को भांप भाजपा नेतृत्व और प्रशासन ने बीच का रास्ता निकाला था। मौके पर भाजपा के जिला उपाध्यक्ष श्यामराज तिवारी व जिला मंत्री अखिलेश राय के अलावा एसडीएम कासिमाबाद भारत भार्गव पहुंचे थे और 48 घंटे में एसएचओ बलवान सिंह को हटाने का आश्वासन देकर किसी तरह धरना खत्म कराए थे।

अब जबकि उस आश्वासन को 240 घंटे बीत चुके हैं। फिर भी नतीजा सिफर है। इसका कारण क्या है। यह भाजपा का इलाकाई कार्यकर्ता भी जानता है और खुद एसएचओ कासिमाबाद बलवान सिंह भी इससे नावाकिफ नहीं होंगे।

बताया जा रहा है कि भाजपा नेतृत्व समूह के नेता कार्यकर्ताओं के उस धरने को लेकर अपने आदेश, निर्देश की अवहेलना मान रहे हैं और उसकी बतौर सजा एसएचओ कासिमाबाद की कुर्सी पर बलवान सिंह को बनाए रख कर देना चाहते हैं। इस संबंध में चर्चा पर पार्टी के वरिष्ट नेता जितेंद्र नाथ पांडेय ने कार्यकर्ताओं को सजा की बात को एकदमम से खारिज करते हुए कहा कि भाजपा में हर कार्यकर्ता का सम्मान होता है। उनकी हर बात सुनी जाती है। रही बात एसएचओ कासिमाबाद को हटाने की तो पार्टी के वरिष्ठ नेता पुलिस कप्तान से बात कर चुके हैं। थानेदारों को हटाना और तैनात करना सिस्टम का हिस्सा है। भाजपा का वसूल सिस्टम में बेजा दखलंदाजी का नहीं है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि कार्यकर्ताओं को भी पार्टी के अनुशासन, मर्यादा का ख्याल रखना होगा। वह यह भी नहीं भूलें कि पूर्ववर्ती सरकार को उसके पार्टी कार्यकर्ताओं की नाहक दखलंदाजी से आजिज आकर ही जनता चित से उतार दी थी।

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