बलिया लिंक एक्सप्रेस वेः मुख्यमंत्री ने दी हरी झंडी

बाराचवर/ गाजीपुर (यशवंत सिंह)। बलिया लिंक एक्सप्रेस वे को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हरी झंडी दे दी है। यह लिंक एक्सप्रेस वे लखनऊ से गाजीपुर तक बन रहे पूर्वांचल एक्सप्रेस वे को बलिया जाकर बिहार से सीधे जोड़ेगा। पूर्वांचल एक्सप्रेस वे की कुल लंबाई 340.24 किलोमीटर है जबकि प्रस्तावित बलिया लिंक एक्सप्रेस वे की कुल लंबाई 30 किलोमीटर होगी।
बलिया लिंक एक्सप्रेस वे के प्रस्ताव पर मुख्यमंत्री ने शनिवार को उत्तर प्रदेश एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) की समीक्षा बैठक में औपचारिक सहमति दी। बलिया लिंक एक्सप्रेस वे का डीपीआर बन चुका है। इसके निर्माण पर कुल लागत 1500 करोड़ रुपये की आएगी। यह फोर लेन का होगा लेकिन बाद में जरूरत पड़ने पर इसे छह लेन तक किया जा सकेगा।
हालांकि मुख्यमंत्री ने बहुत पहले बलिया लिंक एक्सप्रेस वे और गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस वे के निर्माण की थी लेकिन बलिया लिंक एक्सप्रेस वे का प्रस्ताव ठंडे बस्ते में चला गया था जबकि गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस वे का निर्माण कार्य जोरशोर से शुरू हो गया। पिछले माह पूर्वांचल एक्सप्रेस वे के निर्माण का जायजा लेने के लिए हेलीकॉप्टर से यूपीडा के सीईओ अवनीश अवस्थी कासिमाबाद क्षेत्र स्थित कार्यस्थल बूढ़नपुर आए थे। तब बलिया लिंक एक्सप्रेस वे को लेकर `आजकल समाचार` के सवाल का जवाब वह नहीं दिए थे बल्कि हंस कर उसे टाल गए थे। तभी अंदाजा मिल गया था कि बलिया लिंक एक्सप्रेस वे का प्रस्ताव योगी सरकार दाखिल दफ्तर नहीं की है।
अब जबकि बलिया लिंक एक्सप्रेस वे के प्रस्ताव पर मुख्यमंत्री ने हरी झंडी दे दी है तो इलाकाई लोगों खासकर किसानों की उत्सुकता फिर से बढ़ गई है। सबसे ज्यादा उत्सुकता इस बात को लेकर है कि बलिया लिंक एक्सप्रेस वे किधर से गुजरेगा। क्या गाजीपुर से बलिया माझीघाट से हाजीपुर तक जा रहे एनएचआई-31 को ही बलिया लिंक एक्सप्रेस वे में कन्वर्ट किया जाएगा।