प्रभारी मंत्री का विकास भवन में छापा, रजिस्टर में हाजिरी लगा लापता मिले कर्मचारी

गाजीपुर। प्रभारी मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल सोमवार की दोपहर करीब एक बजे अचानक विकास भवन पहुंच गए और कई विभागों के दफ्तरों की साफ सफाई, फाइलों के रखरखाव और विभागीय कर्मियों की उपस्थिति रजिस्टर का निरीक्षण किए।
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ग्रामीण अभियंत्रण सेवा के दफ्तर में उपस्थिति पंजिका देख उनका माथा ठनक गया। पंजिका में दर्ज उपस्थिति की तुलना में आधा कर्मचारी मौजूद थे। पंजिका में हस्ताक्षर के सत्यापन के लिए मौजूद कर्मचारियों से दोबारा हस्ताक्षर करवाए। उनमें कुछ के हस्ताक्षर भिन्न मिले। प्रभारी मंत्री ने हिदायत देते हुए कहा कि हस्ताक्षर संक्षिप्त की जगह पूर्ण रूप से करें।
पशुपालन विभाग के दफ्तर में प्रभारी मंत्री का पाला गंदगी से पड़ा। वह एकदम से बिफर पड़े। कहे कि प्रधानमंत्री से लगायत मुख्यमंत्री तक बराबर साफ सफाई पर जोर देते हैं। बावजूद दफ्तर में गंदगी मिलना घोर लापरवाही मानी जाएगी। इसी क्रम में प्रभारी मंत्री बेसिक शिक्षा, समाज कल्याण, पंचायत राज सहित अन्य विभागों के दफ्तरों का भी जायजा लिए। उन्होंने दफ्तरों में समय से पहुंचने और आमजन की समस्याओं के निराकरण करने के निर्देश दिए। कहे कि सरकार का सिस्टम चुस्त-दुरूस्त करने पर जोर है और इसमें किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

प्रभारी मंत्री के इस औचक निरीक्षण से विकास भवन में हड़कंप मचा रहा। प्रभारी मंत्री करीब आधा घंटा तक विकास भवन में रहे। उनके साथ भाजपा जिलाध्यक्ष भानुप्रताप सिंह के अलावा वरिष्ठ नेता जितेंद्र नाथ पांडेय, अखिलेश सिंह, मीडिया प्रभारी शशिकांत शर्मा आदि भी थे।