पंचायत चुनाव: 31 मार्च तक संपन्न कराने की तैयारी में जुटी योगी सरकार

गाजीपुर। सूबे की योगी सरकार यूपी बोर्ड की परीक्षा से पहले त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव कराने के मूड में है। ऑनलाइन मीडिया की खबर के मुताबिक मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने इसके लिए पंचायत राज विभाग को जरूरी तैयारी करने का निर्देश दिया है।
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ग्राम पंचायतों का कार्यकाल इसी 25 दिसंबर को पूरा हो रहा है। जाहिर है कि ग्राम पंचायतें स्वत: भंग हो जाएंगी। उनके कार्यहित में सरकार ग्राम प्रधानों की जगह प्रशासकों की नियुक्ति करे अथवा निवर्तमान ग्राम प्रधानों का कार्यकाल आगे बढ़ा दे।
खबर में बताया गया है कि इस सिलसिले में हुई उच्च स्तरीय बैठक में मुख्यमंत्री ने अपनी इच्छा जताते हुए कहा कि पंचायत चुनाव मार्च तक पूरे करा लिए जाएं। इसकी तैयारियों में कोविड-19 को लेकर एहतियाती उपायों का भी ख्याल रखा जाए। बैठक में मुख्य सचिव के अलावा पंचायती राज, नगर विकास तथा गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव के अलावा राज्य निर्वाचन आयोग के आयुक्त भी मौजूद थे। बैठक में पंचायती राज विभाग ने पंचायत चुनाव के अपने प्रस्ताव को प्रस्तुत किया। मुख्यमंत्री को बताया गया कि मतदाता सूचियों का पुनरीक्षण के साथ ही नगर निकायों के विस्तार को लेकर चार जिलों में पूर्ण और 49 जिलों में आंशिक परिसीमन का काम चल रहा है। उसके बाद वहां वार्डों का निर्धारण होगा।
उस उच्च स्तरीय बैठक में पंचायतों के वार्डों के आरक्षण पर भी चर्चा हुई। बात आई कि आरक्षण के लिए पिछले चुनाव के चक्रानुक्रम को आगे बढ़ाया जाएगा कि इसे शून्य घोषित कर नए सिरे से आरक्षण की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। इस विषय पर बाद में निर्णय लेने की बात तय हुई।
हालांकि ऑनलाइन खबर में पंचायती राज विभाग के अपर मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह के हवाले से बताया गया है कि उस उच्च स्तरीय बैठक में मुख्यमंत्री ने पंचायत चुनाव की विभागीय तैयारियों की समीक्षा भर की लेकिन चुनाव को लेकर कोई डेटलाइन तय नहीं हुई। श्री सिंह ने यह भी कहा कि तैयारियां पूरी होते ही चुनाव कराए जाएंगे।
मालूम हो कि कोविड-19 के चलते यूपी बोर्ड की परीक्षा अप्रैल में ही शुरू होने की उम्मीद जताई जा रही है।