पंचायत चुनावः नए सिरे से होगा आरक्षण!

गाजीपुर। पंचायत चुनाव को लेकर प्रशासनिक कवायद शुरू हो गई है। प्रदेश सरकार के पंचायती राज मंत्री चौधरी भूपेंद्र सिंह के हवाले से ऑनलाइन मीडिया में इस आशय की खबर आई है।
खबर के मुताबिक पंचायतीराज मंत्री ने बताया कि पिछले चुनाव में ग्राम पंचायतों का चक्रानुक्रम आरक्षण शून्य कर के नए सिरे से आरक्षण तय किया गया गया था मगर जिला व क्षेत्र पंचायत में पिछले पांच चुनावों से चक्रानुक्रम आरक्षण ही चल रहा है। इसलिए जिला व क्षेत्र पंचायतों के सदस्यों की सीटों का आरक्षण नए सिरे से तय किया जा सकता है। पंचायत चुनाव को लेकर दस जनवरी को उच्च स्तरीय अहम बैठक भी प्रस्तावित है।
पंचायतीराज मंत्री के मुताबिक जिला पंचायतों का आरक्षण राज्य मुख्यालय से तय होता रहा है और इस बार भी ऐसे ही होगा जबकि ग्राम पंचायत और क्षेत्र पंचायत की सीटों का आरक्षण जिला मुख्यालय से ही तय किया जाएगा। इसको लेकर शासनादेश होगा। आरक्षण की प्रक्रिया में अभी वक्त है। दरअसल परिसीमन के बाद आरक्षण निर्धारण की प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
इस बार ग्राम पंचायतों में आरक्षण की व्यवस्था भी ऑनलाइन होने वाली है। पंचायत चुनाव में कुल 33 फीसद सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित हैं, जो सभी तरह की सीटों में शामिल होंगी। इनमें ओबीसी, अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षण हैं।
15 मार्च से सात अप्रैल के बीच हो सकता है चुनाव
ऑनलाइन मीडिया की खबर के मुताबिक प्रदेश में त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव 15 मार्च से सात अप्रैल के बीच हो सकते हैं। सरकार जल्द ही इसको लेकर नोटिफिकेशन भी जारी कर सकती है। पंचायतीराज मंत्री भूपेंद्र सिंह ने भी चुनाव की तारीखों को लेकर ऐसे ही संकेत दिए हैं। उन्होंने बताया कि 15 मार्च से अप्रैल के पहले सप्ताह के बीच यूपी में त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव करवा लिए जाएंगे। पंचायतीराज विभाग इसी समय सीमा के आधार पर अपनी तैयारी कर रहा है।
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