देवचंदपुर हत्याकांडः तीन असलहे भी लूट ले गया था सन्नी गैंग

गाजीपुर। सैदपुर कोतवाली के बहुचर्चित देवचंदपुर हत्याकांड में कुख्यात कर्मवीर सिंह उर्फ सन्नी और उसके साथी मौके से तीन लाइसेंसी असलहे भी लूट ले गए थे। इसी बीच सन्नी और उसके शॉर्प शूटर ढोलक सिंह पर ईनाम की राशि 25 से बढ़ा कर 50 हजार रुपये कर दी गई है। इसके पोस्टर भी कलेक्ट्रेट सहित कई जगह चस्पाए गए हैं।
जाहिर है कि इस मामले में पुलिस के हाथ पूरी तरह खाली हैं। घटना में शामिल गैंग के सदस्यों की गिरफ्तारी के साथ ही लूटे गए असलहों की बरामदगी भी प्राथमिकता में शामिल है। वह असलहे लाइसेंसी हैं और पट्रोल पंप मालिक के परिवार के हैं।
यह भी पढें–योगी सरकार पर सपाई गरम
मालूम हो कि बीते बुधवार की रात सन्नी सिंह अपने गैंग के साथ देवचंदपुर के पेट्रोल पंप पर पहुंचा था। गैंग ने अपनी दोनों गाड़ियों में तेल भरवाया था। उसी क्रम में पंप के कर्मचारी ने बकाये की बात कही थी। तब सन्नी एकदम से उखड़ गया था। उस दौरान उसकी नजर पंप के गार्ड शिवमूरत सिंह (43)पर पड़ी थी और मौके पर मौजूद पंप मालिक के भाई को टोकते हुए कहा था कि उसको वह क्यों रखा है। उसके बाद सन्नी ने अपने शॉर्प शूटर ढोलक को गोली दागने को कहा था। सरगना के आदेश पर ढोलक कमर से पिस्तौल निकाल कर हवा में दो गोलियां दागा था। आवाज सुन अंदर बैठे शिवमूरत के सगे चचेरे भाई त्रिभुवन सिंह (55) अंदर से राइफल लेकर निकले थे और गोलियां दागने लगे थे लेकिन दो गोली चलने के बाद राइफल फंस गई थी। वह अंदर रखे दूसरे असलहे लेने के लिए अंदर की ओर बढ़े थे कि गैंग ने उनके पेट में गोली मार दी थी। वह गिर पड़े थे। उसके बाद गैंग उनके एकदम करीब पहुंच कर सिर में दो गोलियां उतार दिए थे। उससे भी संतोष नहीं हुआ था और मौके पर पड़ी इंटरलॉकिंग की ईंट से सिर पर प्रहार किए थे। फिर जाते वक्त वह सारे असलहे, कैश बॉक्स की नकदी और पंप मालिक के सोने की चैन लूट लिए थे। गैंग को यह एहसास था कि पंप का सीसीटीवी कैमरा चालू है। लिहाजा उसे भी तोड़ने की उन लोगों ने कोशिश की थी। गोलीबारी में शिवमूरत सिंह को भी गोली लगी थी। दोनों भाइयों को वाराणसी भेजा गया था। जहां त्रिभुवन सिंह की मौत हो गई थी। शिवमूरत सिंह की हालत खतरे से बाहर है। इस मामले में पंप मालिक के भाई अजय पांडेय ने सन्नी सिंह तथा ढोलक सिंह को नामजद और दस अज्ञात के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराई है।