गैरजनपदीय तबादले की जारी सूची से सैकड़ों शिक्षक मायूस

गाजीपुर। बहुप्रतीक्षित अंतर जनपदीय स्थानांतरण सूची जारी होने के बाद सैकड़ों परिषदीय शिक्षकों को निराश होना पड़ा है। अलबत्ता स्थानांतरण सिस्टम का सर्वाधिक लाभ अपेक्षाकृत महिला शिक्षकों को मिला है।
गाजीपुर में कुल दस हजार 407 शिक्षक हैं। इनमें करीब 700 शिक्षकों ने गैरजनपदीय स्थानांतरण के लिए ऑनलाइन आवेदन किया था। उनमें 450 महिलाएं शामिल थीं। कुल आवेदन की तुलना में करीब 250 शिक्षकों की मुराद पूरी हुई है। प्राथमिक शिक्षक संघ के वरिष्ठ जिला उपाध्यक्ष आनंद प्रकाश यादव बताते हैं कि बहुतेरे पुरुष शिक्षकों का आवेदन तो सेवा अवधि का मानक पूरा न होने के कारण खारिज हो गया है। शासन ने गैरजनपदीय स्थानांतरण के लिए पुरुष शिक्षक की सेवा अवधि तीन साल और महिला शिक्षक की अहर्ता एक साल तय की थी लेकिन नवंबर में हाईकोर्ट ने इसमें बदलाव कर दिया। पुरुष शिक्षकों की सेवा अवधि बढ़ाकर पांच साल व महिला शिक्षकों के लिए सेवा अवधि दो साल तय कर दी।
श्री यादव का कहना है कि गैरजनपद स्थानांतरण के इच्छुक शिक्षकों की जरूरत और भावनाओं को ध्यान में रख सरकार को चाहिए कि सेवा अवधि की अहर्ता की समस्या का कोई समुचित रास्ता निकाले। उन्होंने गैरजनपदीय स्थानांतरण में पारदर्शिता पर भी सवाल उठाया है। उनका कहना है कि कई जिलों से शिकायतें मिली हैं कि आवेदन में कम भरांक वाले शिक्षकों को स्थानांतरण का लाभ मिल गया जबकि अधिक भारांक वाले आवेदक शिक्षकों का स्थानांतरण नहीं हुआ है।
…और अब बारी म्यूचुअल तबादले की
गैरजनपदीय स्थानांतरण के बाद बारी गैरजनपदीय म्यूचुअल (पारस्परिक) तबादले की है। इसकी सूची भी इसी माह आएगी। बकौल जिला वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्राथमिक शिक्षक संघ, इसमें भी सेवा अवधि का ग्रहण लगना तय है। दरअसल दोनों तरह के तबादले एक ही शासनादेश के तहत हो रहे हैं। पेंच यह कि हाईकोर्ट के आदेश के तहत म्यूचुअल तबादले में एक का आवेदन निरस्त होने पर दूसरा शिक्षक भी दौड़ से बाहर हों जाएंगे।
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