किसान बिल: विरोध में सड़क पर उतरे समाजवादी व कामरेड, कुल 338 गिरफ्तार, रिहा

गाजीपुर। किसान बिल के विरुद्ध आंदोलनरत किसानों के समर्थन में सोमवार को समाजवादी और कम्युनिस्ट सड़क पर उतरे लेकिन पहले से ही अलर्ट मोड में प्रशासन उनको और कुछ करने से पहले ही गिरफ्तार करवा लिया। पूर्व मंत्री, पूर्व सांसद, विधायक, पार्टी पदाधिकारियों सहित कुल 338 लोग गिरफ्तार हुए। इनमें अकेले 220 समाजवादी पार्टी और 118 कम्युनिस्ट पार्टियों से जुड़े किसान संगठनों के थे। बाद में इन सभी को पुलिस लाइन से निजी मुचलके पर रिहा कर दिया गया। इनकी गिरफ्तारी शांति भंग के मामले में हुई थी। इसको लेकर प्रशासन ने जिला मुख्यालय पर चाकचौबंद व्यवस्था की थी। शहर कोतवाली सहित पांच थानों की फोर्स के अलावा पुलिस लाइन से भी अतिरिक्त फोर्स बुलाई गई थी। उनकी अगुवाई एएसपी सीटी गोपीनाथ सोनी कर रहे थे जबकि डीएम एमपी सिंह व पुसिल कप्तान डॉ. ओमप्रकाश सिंह आंदोलन कारियों की पल-पल की खबर ले रहे थे और मातहतों को आवश्यक निर्देश दे रहे थे।
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समाजवादियों को काबू में करने में पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी। पार्टी के प्रदेश नेतृत्व के आह्वान पर अलग-अलग जत्थों में सड़क पर उतर धरना के लिए समाजवादी कलेक्ट्रेट स्थित सरजू पांडेय पार्क की ओर चले लेकिन उन्हें बीच राह घेरेबंदी कर पुलिस फोर्स ने रोक दिया। समाजवादी वहीं बैठ धरना, सभा शुरू कर दिए। पूर्व मंत्री ओमप्रकाश सिंह, विधायक डॉ. विरेंद्र यादव, जिलाध्यक्ष रामधारी यादव की अगुवाई में एक जत्था सिटी स्टेशन से जुलूस की शक्ल में सरजू पांडेय पार्क के लिए निकला लेकिन लंका पहुंचते ही पुलिस बल ने उन्हें रोक लिया। जत्थे में मीडिया प्रभारी अरुण श्रीवास्तव, सदानंद यादव, विवेक सिंह शम्मी, नस्सन खां, डॉ. समीर सिंह, आमिर अली, तहसीन अहमद, कमलेश यादव आदि प्रमुख थे। उनके चलते हाइवे पर जाम लग गया। सभी को गिरफ्तार कर पुलिस लाइन भेज दिया गया।
उधर पार्टी कार्यालय लोहिया भवन से दूसरा जत्था सरजू पांडेय पार्क के लिए बढ़ा। इस जत्थे को आरकेवीके पंप के पास रोक लिया गया। उस जत्थे की अगुवाई पूर्व सांसद राधेमोहन सिंह, पूर्व जिलाध्यक्ष द्वय सुदर्शन यादव व डॉ. नन्हकू यादव, जैकिशुन साहू, गोपाल यादव, सच्चेलाल यादव, आलोक कुमार आदि कर रहे थे। यह जत्था भी रोके जाने के बाद धरना शुरू कर दिया। उसमें रामलाल प्रजापति, ओमप्रकाश राम, खेदन यादव, विजय सिंह, कल्लू सिंह, तकदीर सिंह, बृजेश सिंह, पुष्कर सिंह, रविंद्र जैन आदि भी थे। इस मौके पर पूर्व सांसद राधेमोहन सिंह ने कहा कि किसान बिल काला कानून है। इसके जरिये मोदी सरकार किसानों की जमीन पूंजीपतियों के हाथों सौंपने और किसानों को उनका बंधुआ मजदूर बनाना चाहती है लेकिन समाजवादी आखिरी दम तक उसका विरोध करेंगे। पुलिस ने उन सभी को भी गिरफ्तार कर पुलिस लाइन भेज दिया। पूर्व जिलाध्यक्ष राजेश कुशवाहा की अगुवाई में निकले तीसरे जत्थे की गिरफ्तारी का कचहरी मोड़ पर हुई। गिरफ्तारी के बाद पुलिस लाइन में ही समावादियों ने सभा शुरू कर दी और मोदी-योगी सरकार पर खूब जहर उगले। सभा में अशोक बिंद, राजेंद्र यादव, भानु यादव, विभा पाल, अमित ठाकुर, अमित सिंह लालू, गरीब राम, देवेंद्र यादव, सुखपाल यादव, अभिनव सिंह, अरविंद यादव, आदित्य यादव, रविंद्र यादव, आरिफ खान, जिला पंचायत सद्स्य कमलेश यादव, गुड्डू यादव, ओमकार यादव, ओमप्रकाश यादव, संजय कनौजिया, अक्षय यादव आदि थे।
इधर कम्युनिस्ट पार्टियों के किसान नेता भी अपने कार्यालयों से निकल सरजू पांडेय पार्क के लिए चले। लेकिन वह भी बीच राह गिरफ्तार कर लिए गए। उनमें पूर्व विधायक राजेंद्र यादव, विजय बहादुर सिंह, ईश्वरी प्रसाद कुशवाहा, राम प्यारे राम आदि थे।