एमएलसी चुनावः दुल्हन की जिद, विधायक का हस्तक्षेप और ऐसे पड़ा एक वोट

गाजीपुर। विधान परिषद स्नातक और शिक्षक क्षेत्र के चुनाव के लिए मतदान का काम मंगलवार को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो गया। कहीं से किसी अप्रिय घटना की कोई सूचना नहीं मिली। मतदान केंद्रों पर सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए थे। मतदान सुबह आठ बजे शुरू हुआ और शाम पांच बजे तक चला। शुरू में मतदान की गति अपेक्षाकृत काफी धीमी रही। अंत तक स्नातक 39.31 और शिक्षकों का 66.36 फीसद वोट पड़ा। मतगणना तीन दिसंबर की सुबह आठ बजे मंडल मुख्यालय वाराणसी में शुरू होगी।
मतदान के वक्त एक रोचक मामला भदौरा मतदान केंद्र पर आया। गहमर की बाबा मधुकर राय पट्टी की युवती मीरा प्रजापति का नाम स्नातक क्षेत्र की वोटर लिस्ट में था लेकिन कुछ ही घंटे बाद शाम को बकसड़ा गांव से उसके लिए बारात आनी थी। हल्दी की रश्म भी चल रही थी। बावजूद वह वोट देने की तैयारी करने लगी। सुगून निकलने का हवाला देकर घरवाले उसे रोकने लगे लेकिन वह जिद पकड़ ली। इसकी खबर विधायक जमानियां सुनीता सिंह को लगी। वह गाड़ी लेकर उसके घर पहुंच गईं। फिर उसकी भाभी ममता संग उसे अपनी गाड़ी में बैठाईं और मतदान केंद्र भदौरा ब्लाक मुख्यालय पर ले गईं। वहां विधायक के साथ ही मीरा भी अपना वोट डाली।
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…पर नहीं दिखे निवर्तमान एमएलसी
स्नातक क्षेत्र के निवर्तमान एमएलसी एवं भाजपा उम्मीदवार केदारनाथ सिंह न निवर्तमान शिक्षक एमएलसी तथा भाजपा समर्थित उम्मीदवार चेतनारायण सिंह ही गाजीपुर के किसी मतदान केंद्र पर दिखे। अलबत्ता, डीएम एमपी सिंह व एसपी डॉ.ओमप्रकाश सिंह जरूर चक्रमण करते मिले। उधर सपा विधायक डॉ.वीरेंद्र यादव भी सिटी स्कूल बूथ पर वोट डालने के बाद वह अपने निर्वाचन क्षेत्र जंगीपुर के मतदान केंद्रों पर पहुंचे और पार्टी के स्नातक उम्मीदवार आशुतोष सिन्हा तथा शिक्षक उम्मीदवार लाल बिहारी यादव की चौकियों पर पहुंच कर कार्यकर्ताओं का हौसला अफजाई करना नहीं भूले।
लग्न विवाह और कोरोना आया आड़े!
अपेक्षाकृत मतदान कम होने के पीछे कोरोना के साथ ही लग्न विवाह माना जा रहा है। खासतौर से स्नातक मतदाता कोरोना के डर और लग्न की व्यस्तता के कारण अपने मताधिकार को लेकर उदासीन रहे। भाजपा के अभियान में प्रमुखता से जुड़े रहे भाजयुमो के पूर्व प्रदेश मंत्री योगेश सिंह ने बताया कि कई मतदाताओं को घर से निकलने तक का फोन पर आग्रह करना पड़ा। गाजीपुर में स्नातक क्षेत्र में कुल 31 हजार 661 तथा शिक्षक क्षेत्र में छह हजार 176 वोट थे।