अंसारी परिवार अपनी खास तारीख 29 दिसंबर पर कोविड-19 के प्रोटोक़ॉल का रखेगा पूरा ख्याल

गाजीपुर। अंसारी परिवार इस साल अपनी खास तारीख 29 दिसंबर पर कोविड-19 का पूरा ख्याल रखेगा। परिवार के पैतृक आवास `फाटक` यूसुफपुर मुहम्मदाबाद पर पूर्व की तरह उस मौके पर आम, खास का जमावड़ा नहीं लगेगा। भोज नहीं होगा। गरीबों को बतौर उपहार कंबल नहीं बंटेगा।
परिवार के लिए यह खास तारीख मुखिया सुभानुल्लाह अंसारी और उनकी पत्नी राबिया बेगम के स्वर्गलोक जाने की है। उस तारीख पर बड़ा आयोजन होता। हजारों लोग जुटते। हम मजहबी फातिया पढ़ते। दुआखानी होती। दिवंगत दंपति के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की जाती। उनकी कब्र पर फूल की चादर चढ़ती। भोज होता। गरीबों को कंबल वितरित होते।
अंसारी परिवार के प्रवक्ता शंभू अकेला ने बताया कि कोविड-19 के प्रोटोकॉल के तहत कार्यक्रम में लोगों को आने से मना कर दिया गया है। बस परिवार और नातेदार ही जुटेंगे। हालांकि कंबल वितरण होगा। इसके लिए अंसारी परिवार के समर्थकों, कार्यकर्ताओं से अपने गांव, मुहल्ले, टोले के जरूरतमंदों की सूची बनाने को कहा गया है। ताकि उसी हिसाब से उनके घरों तक कंबल पहुंचाया जा सके।
यह भी एक इत्तेफाक
अंसारी परिवार के लिए यह भी इत्तेफाक ही है कि मुखिया और मुहम्मदाबाद नगर पालिका के पूर्व चेयरमैन सुभानुल्लाह अंसारी तथा उनकी पत्नी राबिया बेगम के इंतकाल की न सिर्फ तारीख 29 दिसंबर बल्कि दिन शनिवार और पहर भी रात का रहा है। हालांकि सुभानुल्लाह अंसारी 2006 और राबिया बेगम 2018 में परलोक सिधारी थीं।